Index
- Introduction (Parichay) – Durga Puja aur Navratri ka overview
- Durga Puja ka Mahatva – Shakti aur dharm ka significance
- Durga Puja Ki Pauranik Katha – Mahishasur Vadh aur Devi Mahatmya
- Durga Puja Vidhi (Step-by-Step Guide) – Kalash sthapana, daily puja aur aarti
- Navdurga aur Unka Mahatva – 9 devi aur unke special roles (Table included)
- Durga Puja Vrat aur Bhog – Fasting rules, prasad aur naivedya
- Durga Puja Utsav (Celebration & Cultural Significance) – Regional customs aur rituals
- Durga Puja 2025 Dates (Panchang) – Mahalaya se Vijayadashami tak schedule (Table included)
- Conclusion (Antim Vichar) – Spiritual aur social significance ka summary
🪔 Introduction (Parichay)
Durga Puja, जिसे Navratri Puja भी कहा जाता है, भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहारों में से एक है। खासकर पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, झारखंड, बिहार और पूरे उत्तर भारत में यह पर्व बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। 2025 में Durga Puja 29 सितंबर से 3 अक्टूबर तक मनाई जाएगी। इस दौरान देवी दुर्गा की विशेष आराधना, व्रत, उत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

✨ Durga Puja ka Mahatva (Importance of Durga Puja)
- दुर्गा पूजा Durga Puja शक्ति की आराधना का पर्व है।
- यह महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत की याद दिलाता है।
- इसे अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक माना जाता है।
- यह पर्व शक्ति, भक्ति और समाजिक एकता का संदेश देता है।
📜 Durga Puja Ki Pauranik Katha (Mythological Story)
पौराणिक कथाओं के अनुसार, राक्षस महिषासुर ने लंबे तप से वरदान प्राप्त किया कि कोई पुरुष या देवता उसे पराजित नहीं कर सकेगा। उसके अत्याचारों से त्रस्त होकर देवताओं ने अपनी शक्ति मिलाकर देवी दुर्गा (Durga Puja) का निर्माण किया।
देवी दुर्गा ने नौ दिनों तक युद्ध करके दशमी के दिन महिषासुर का वध किया। तभी से Navratri और Vijayadashami/Dussehra का पर्व मनाया जाता है।
🕉️ Durga Puja Vidhi (Step-by-Step Guide)
Step | Vidhi (विधि) |
---|---|
1. | घर को स्वच्छ करके पूजा स्थान तैयार करें |
2. | कलश स्थापना करें और उस पर नारियल, आम के पत्ते रखें |
3. | देवी दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें |
4. | धूप, दीप, पुष्प और चावल से पूजा करें |
5. | दुर्गा सप्तशती या देवी महात्म्य का पाठ करें |
6. | प्रसाद में फल, मिठाई और पंचामृत अर्पित करें |
7. | आरती करें और व्रत का संकल्प लें |
🌸 Navdurga aur Unka Mahatva
दिन | देवी का नाम | स्वरूप व महत्व |
---|---|---|
Day 1 | शैलपुत्री | पर्वत राजा हिमालय की पुत्री, शक्ति और धैर्य की प्रतीक |
Day 2 | ब्रह्मचारिणी | तपस्या और संयम का स्वरूप |
Day 3 | चंद्रघंटा | शांति और साहस प्रदान करने वाली |
Day 4 | कूष्मांडा | ब्रह्मांड की रचयिता |
Day 5 | स्कंदमाता | मातृत्व और करुणा की देवी |
Day 6 | कात्यायनी | शत्रुओं का नाश करने वाली |
Day 7 | कालरात्रि | निडरता और सुरक्षा की देवी |
Day 8 | महागौरी | पवित्रता और शांति की प्रतीक |
Day 9 | सिद्धिदात्री | सभी सिद्धियों को प्रदान करने वाली |

🍛 Durga Puja Vrat aur Bhog (Fasting & Offerings)
- भक्त Navratri ke 9 din व्रत रखते हैं।
- फलाहार, दूध, दही और साबूदाना का सेवन किया जाता है।
- प्याज, लहसुन और अनाज का सेवन नहीं किया जाता।
- देवी को फल, मिठाई, नारियल, लौकी का हलवा, पूड़ी-चना और खीर अर्पित की जाती है।
- अष्टमी और नवमी को कन्या पूजन (Kanya Pujan) का विशेष महत्व है।
🎭 Durga Puja Utsav
- पश्चिम बंगाल में विशाल पंडाल सजावट, मूर्ति स्थापना और सांस्कृतिक नृत्य-नाटक आयोजित किए जाते हैं।
- असम और ओडिशा में विशेष भोग और भजन संध्या होती है।
- पूरे भारत में दुर्गा पूजा सामाजिक एकता और सांस्कृतिक उत्सव का रूप ले चुकी है।
📅 Durga Puja 2025 Dates (Panchang)
Tithi | Date (2025) | Festival |
---|---|---|
महालया | 28 सितम्बर | दुर्गा आगमन |
षष्ठी | 29 सितम्बर | कलश स्थापना |
सप्तमी | 30 सितम्बर | महापूजा प्रारंभ |
अष्टमी | 1 अक्टूबर | महाअष्टमी, कन्या पूजन |
नवमी | 2 अक्टूबर | महा नवमी |
दशमी | 3 अक्टूबर | विजयदशमी / विसर्जन |
🪔 Antim Vichar
Durga Puja सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि भक्ति, शक्ति और समाजिक उत्सव का प्रतीक है। 2025 में यह पर्व आपको सकारात्मक ऊर्जा, आध्यात्मिक शक्ति और जीवन में नई दिशा देने का अवसर प्रदान करेगा।