एयर इंडिया विमान हादसा रिपोर्ट 2025: ब्लैक बॉक्स से खुलेंगे राज
🧭 अनुक्रमणिका (Table of Contents)
- परिचय
- रिपोर्ट का सारांश
- हादसा कैसे हुआ?
- ब्लैक बॉक्स की भूमिका
- जांच में प्रमुख बिंदु
- जिंदा बचे यात्री की कहानी
- निष्कर्ष
परिचय
एयर इंडिया विमान हादसा रिपोर्ट 2025: 12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 241 लोगों की जान गई, जिनमें 10 क्रू मेंबर और 2 पायलट शामिल थे। दुखद रूप से गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी इस विमान में सवार थे।
रिपोर्ट का सारांश
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंप दी है। रिपोर्ट में टेक्निकल एंगल और संभावित मानवीय भूल दोनों की जांच की जा रही है। जल्द ही यह रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी।
हादसा कैसे हुआ?
फ्लाइट ने 12 जून की सुबह सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और मात्र 32 सेकंड में हादसा हुआ। ऐसा माना जा रहा है कि टेकऑफ के दौरान ईंधन आपूर्ति रुकने से दोनों इंजन बंद हो गए, जिससे विमान क्रैश हो गया।
ब्लैक बॉक्स की भूमिका
13 जून को CVR (Cockpit Voice Recorder) और 16 जून को FDR (Flight Data Recorder) बरामद किए गए। इनसे प्राप्त डेटा से पायलट की बातचीत और विमान की तकनीकी स्थिति की गहन जांच की जा रही है। यह ब्लैक बॉक्स जानकारी देगा कि टेकऑफ के समय किन-किन बटन और स्विच का इस्तेमाल हुआ था।
जांच में प्रमुख बिंदु
- ईंधन स्विच की गलती
- इलेक्ट्रिकल फेल्योर की संभावना
- ट्रिम शीट डेटा का विश्लेषण
- पायलट ट्रेनिंग में कमी
मुंबई स्थित ट्रेनिंग सेंटर में इस हादसे को सिमुलेटर में दोहराने की कोशिश की गई लेकिन ठोस तकनीकी वजह नहीं मिल पाई।
जिंदा बचे यात्री की कहानी
इस क्रैश में एकमात्र जीवित बचे यात्री की सीट थी 11A। उनकी जान कैसे बची, इसका जवाब अभी किसी के पास नहीं है लेकिन विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि सीट की स्थिति और बेल्ट बांधने के तरीकों से यह संभव हो सकता है।
निष्कर्ष
यह हादसा न केवल भारतीय विमानन इतिहास का सबसे बड़ा हादसा बन गया है, बल्कि इससे यह भी उजागर हुआ कि पायलट ट्रेनिंग और सुरक्षा उपायों पर नए सिरे से ध्यान देने की जरूरत है। AAIB की पूरी रिपोर्ट का इंतजार सभी को है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।